ढोडरेपाल के प्राचीन मंदिर समुह
ढोडरेपाल के प्राचीन मंदिर समुह ओम सोनी बस्तर में आज भी बहुत से ऐसे ऐतिहासिक स्थल है जो कि बेहद ही सुगम्य है फिर भी आम लोगों को इनकी कोई जानकारी नहीं है। जगदलपुर से गीदम राजमार्ग में मावलीभाठा ग्राम भी एक बेहद महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है किन्तु, कुछ लोग ही इस गांव की ऐतिहासिक महत्ता से परिचित है। उचित प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण आम लोग बस्तर के ऐतिहासिक धरोहरों से आज भी अनभिज्ञ है। ढोडरेपाल के प्राचीन मंदिर समुह जगदलपुर-गीदम राष्ट्रीय राजमार्ग में जगदलपुर से 25 किलोमीटर की दुरी पर मावलीभाठा नाम का छोटा सा ग्राम है। इस ग्राम के पास से किरन्दुल कोटवालसा रेलमार्ग है। रेलमार्ग के उस पार , खेतों में प्राचीन मंदिर समुह है। ये मंदिर संख्या में तीन थे किन्तु एक मंदिर नश्ट हो जाने के कारण अब दो ही मंदिर सुरक्षित विद्यमान है। ये मंदिर समुह पूर्वाभिमुख है। दोनो ही मंदिर में शिवलिंग प्रतिष्ठापित है। एक मंदिर में शिवपार्वती की युगल प्रतिमा भी स्थापित है। ये मंदिर लगभग 25 फीट उंचे है। मंदिर गर्भगृह एवं मंडप में विभक्त थे। मंडप पुरी तरह से नष्ट हो गये है। शिखर पर आमलक एवं कलश स्थापित है...