मुरिया दरबार

मुरिया दरबार .....! बस्तर का दशहरा विश्व का सबसे लम्बा चलने वाला दशहरा है. कुल 75 दिनो का बस्तर दशहरा अपने विभिन्न आदिम रिवाजो एवं रथय़ात्रा के लिये विश्व भर में प्रसिद्ध है. इस बस्तर दशहरे मे एक बेहद ही रोचक कार्यक्रम का आयोजन होता है। यह कार्यक्रम मुरिया दरबार के नाम से जाना जाता है। आश्विन शुक्ल द्वादश के दिन काछिन जात्रा के बाद सायं को जगदलपुर के सिरासार भवन मे मुरिया दरबार का आयोजन होता है। मुरिया दरबार मे बस्तर के राजा एवँ प्रजा के बीच विचारो का आदान प्रदान होता था . बस्तर के प्रत्येक माँझी चालकी अपने क्षेत्र की समस्याओ को राजा के सम्मुख रखते थे. समस्याओ एवँ शिकायतो के निवारण हेतु खुली चर्चाये होती थी. यह मुरिया दरबार बस्तर का प्रमुख आकर्षण है ज़िसमे प्रजातंत्र को प्रोत्साहित किया जाता था. बस्तर मे भले ही आदिवासी किसी भी समाज का ही क्यो ना हो सब के लिये मुरिया शब्द का ही प्रयोग प्रचलित है. यह एक तरह से बस्तर की पहचान है.इसीलिये इस आयोजन को आदिवासी दरबार ना कहकर मुरिया दरबार के नाम से ही जाना जाता है। मुरिया दरबार का आयोजन 1876 से प्रारम्भ हुआ है. उस समय बस्तर के राजा भैरमदेव थे. इन...