भोंगापाल , बुद्ध और सम्मोहन चूर्ण !! Bhongapal Buddha

भोंगापाल , बुद्ध और सम्मोहन चूर्ण !! - ओम सोनी भोंगापाल में खुदायी में प्राप्त बौद्ध चैत्यगृह तथा मंदिरों के भग्नावशेष बस्तर में बौद्ध भिक्षुओं के आवागमन तथा निवास के प्रमाणों को पुष्टि प्रदान करते हैं।भोंगापाल जहां खुदाई में बौद्धकालीन चैत्य मंदिर, सप्त मात्रीका मंदिर और शिव मंदिर के भग्नावशेष प्राप्त हुए हैं!! कोंडागांव जिले के केशकाल और कोंडागांव के मध्य स्थित फरसगांव से 16 किलोमीटर पश्चिम में बड़े डोंगर से आगे ग्राम भोंगापाल स्थित है। भोंगापाल से तीन किलोमीटर दूर तमुर्रा नदी के तट पर एक टीले में विशाल चैत्य मंदिर सप्तमातृका मंदिर और शिव मंदिर के भग्न अवशेष प्रापत हुए हैं। बौद्ध प्रतिमा टीले को यहां के स्थानीय लोग डोकरा बाबा टीला के नाम से भी जानते हैं!! सप्त मात्रीका टीला या रानी टीला, बौद्ध प्रतिमा टीला से 200 गज की दूरी पर स्थित है। इसके अतिरिक्त यहां एक बड़ा शिव मंदिर एवं अन्य प्राचीन मंदिरों के भग्नावशेष हैं किन्तु उनकी कोई प्रतिमा प्राप्त नहीं हुई है!! यहां से प्राप्त बौद्ध चैत्य तथा प्राचीन मंदिर 5-6वीं शताब्दी के हैं। चैत्य मंदिर का निर्माण एक ऊंच...