तिखुर

तिखुर...........जानते तो होंगे...! मित्रों आज हम बात करते है तिखुर की। तिखुर के बारे में आप सभी को कुछ तो जानकारी होगी। बहुत से लोगों ने तिखुर का शर्बत पिया होगा। बस्तर में तिखुर बहुतायत होता है। गर्मी के मौसम में हाट-बाजारों में स्थानीय ग्रामीण तिखुर बेचते हुये दिखाई पड़ते है। तिखुर का एक छोटा सा पौधा होता है। जिसे यहां बस्तर में बाथरी के नाम से जाना जाता है। तीखुर (वानस्पतिक नाम: Curcuma angustifolia) हल्दी जाति का एक पादप है जिसकी जड़ का सार सफेद चूर्ण के रूप में होता है. इसके जड़ों में हल्दी अदरक की तरह कंद लगते है। उस कंद को ग्रामीण निकालकर पानी से धोकर साफ करते है। फिर उसे खुरदरे पत्थर से घिस घिस कर पाउडर का रूप दिया जाता है। यह पाउडर सफेद रंग के छोटे छोटे दानों में तिखुर के रूप में बाजार में बिकता है। सफेद तिखुर पाउडर को पानी में घोलकर शक्कर मिला कर शर्बत बनाया जाता है। तिखुर ठंडई लिये होता है। तिखुर का शर्बत पुरे तन में ठंडे पन का अहसास कराता है। गर्मी के दिनों में तिखुर का यह ठंडा शर्बत सेहत के लिये फायदेमंद होता है। तिखुर से हलवा भी बनाया जाता है। तीखुर की खासियत यह है कि ...