करधन
करधन.....!
आज बात करते है कमर के आभूषण करधन की। कमर में भारी और चौड़े कमरबंद-करधन पहनने की परंपरा प्राचीन काल से है। विभिन्न प्राचीन प्रतिमाओं में कमर बंद करधन का अंकन दिखाई पड़ता है।
कमर में सामान्यतः चांदी का करधन पहना जाता है। संपन्न लोग सोने का भी करधन पहनते है। आज कल बस्तर में भी महिलायें करधन पहनती हुई दिखाई देती है।
कमर में सामान्यतः चांदी का करधन पहना जाता है। संपन्न लोग सोने का भी करधन पहनते है। आज कल बस्तर में भी महिलायें करधन पहनती हुई दिखाई देती है।
करधन झालर वाले या सादे चौड़ी पटटी के होते है। सोने चांदी के अलावा ये गिलट के भी बनते है। करधन को कंदोरा भी कहते है। करधन का वजन आधे किलो से उपर ही रहता है। करधन में चांदी के जंजीरों के चार पांच लड़ होती है। सामने इसे पेच के द्वारा बांधा जाता है। चांदी का करधन महिलाओं के श्रृंगार का मुख्य हिस्सा है। आज कल पतले एवं हल्के करधन भी बाजार में उपलब्ध है जिसका चलन तेजी से बढ़ रहा है। कुछ समाजो के विवाह में करधन का होना अतिमहत्वपूर्ण माना जाता है। उसके बिना विवाह की रस्में संपन्न नहीं होती है। कमर में करधन इसलिये पहने जाते है कि महिलाओं को भरी हुई मटकी उठाने में आसानी होती है। छोटे बच्चों को भी छोटे छोटे पतले से करधन पहनाये जाते है।
चित्र अलामी स्टाक फोटो।
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