यादवों की मुद्राये
बस्तर में देवगिरि के यादवों की मुद्राये......!
कुछ दिनों पहले की बात है बस्तर में जिला सुकमा के किन्दरवाड़ा में ग्रामीण को खेत में खुदाई के दौरान सोने के सिक्के मिले थे। वही सप्ताह भर पहले ही मध्य बस्तर में कोंडागांव जिले में केशकाल विकासखंड में कोरकोटी ग्राम में सोने के सिक्के प्राप्त हुये है। कोरकोटी से बेड़मा तक सड़क निर्माण किया जा रहा है।
सड़क निर्माण में लगे मजदुरो को ये सिक्के मिले है। इन सिक्को को सोने एवं चांदी के सिक्के बताया जा रहे है। एक गडढे में मिटटी खोद रही महिला श्रमिक को मिटटी का धडा मिला जिसमें 35 नग बड़े एवं 22 नग छोटे सोने के सिक्के, एक चांदी का सिक्का एवं एक सोने की बाली मिली।
उक्त सभी सिक्के 12 वी से 13 सदी के माने गये है। इन सिक्को को देवगिरि के यादव राजाओं (850 ई से 1334 ई तक) द्वारा जारी बताया जा रहा है। औरंगाबाद के पास आधुनिक दौलताबाद ही पूर्व में देवगिरि के नाम से प्रसिद्ध था। यादव राजवंश ने देवगिरि को केन्द्र बनाकर दक्षिण भारत में अपनी धाक जमा ली थी, यादव राजवंश में भिल्लम, सिंधण, कृष्ण जैसे महान राजा हुये है।
देवगिरि से जुड़ा एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि मोहम्मद बिन तुगलक ने राजधानी दिल्ली से हटाकर देवगिा (दौलताबाद) स्थानांतरित की थी।
इन सिक्को से संबंधित कोई जानकारी हो तो कृपया इस पर प्रकाश डाले। छायाचित्र श्री हितेन्द्र कुमार श्रीवास कोंडागांव जी के सौजन्य से।
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