बस्तर का सबसे उंचा झरना
स्टेच्यू आफ यूनिटी की उंचाई का बस्तर में एक झरना.......!
बस्तर की धरती में अनगिनत ऐसे स्थल है जिसे देखे बिना आपका भारत भ्रमण पुरा नहीं हो सकता है। यहां के इन प्राकृतिक उपहारो ने राज्य और देश में नहीं, वरन पुरे विश्व में अपने अनूठेपन की छाप छोड़ी है। उदाहरण के तौर पर चित्रकोट जलप्रपात जिससे आप सभी परिचित होंगे, इस झरने की चौड़ाई ने पुरे भारत में सर्वाधिक चौड़ाई वाले झरने का खिताब दिया है।
चित्रकोट झरने को देखने के लिये हर वर्ष हजारों देशी विदेशी पर्यटक बस्तर आते है। चित्रकोट झरने की तरह कांगेर घाटी की कुटूमसर गुफा अपने अदभूत झूमर आकृतियों के लिये विश्वप्रसिद्ध है। हर वर्ष हजारों विद्यार्थी इस गुफा की गहराई में उतरकर प्राकृतिक कलाकृतियों को निहारते है। अंधी मछलियों को गुफा में देखने आते है।
अभी कुछ दिनों पहले गुजरात में नर्मदा सरोवर स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया गया है। देश की एकता के प्रतीक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है।यह विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है जिसकी लम्बाई 182 मीटर 597 फीट है। स्टेच्यू आफ यूनिटी से आज पुरा विश्व परिचित है। अपनी उंचाई के कारण स्टेच्यू आफ यूनिटी कई किलोमीटर दूर से दिखाई देती है।
कुछ वर्ष पहले जिले के पुलिस अधिकारी इस झरने को देखने के लिये गये थे तब इस झरने की उंचाई नापी गई थी जो कि 180 मीटर थी। यह झरना भी उंचाई के आधार पर स्टेच्यू आफ यूनिटी के आसपास ठहरता है।
कुछ दिनों पहले मुझे भी इस झरने को देखने का अवसर प्राप्त हुआ था। यह झरना वास्तव में बहुत ही उंचा है। नंबी ग्राम से तीन किलोमीटर दूर होने के बावजूद भी यह झरना सामने ही दिख रहा था। वैसे यह झरना मौसमी है। जुलाई से लेकर मात्र अक्टूबर तक ही इस झरने में पानी रहता है। अत्यधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र का समूचित विकास नहीं हो पाया है।
यहां जाना भी खतरे से खाली नहीं है। घने जंगलों के मध्य से सूनसान पगडंडी एक मात्र मार्ग है जिस पर हर 05 मीटर में अवरोध के लिये गडढे खोदे गये है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि कुछ सालों में नंबी तक जाने के लिये सड़क होगी, भयमुक्त होकर पर्यटक नंबी धारा की उंचाई को देखने जायेंगे और चित्रकोट जलप्रपात के चौड़ाई की तरह नंबी झरने की असीम उंचाई भी बस्तर की पर्याय बनेगी।
वर्तमान हालात के मुताबिक अभी यहां जाने के बारे में सोचियेगा भी नहीं।
नंबी झरने की ये फोटो अयाज तंबोली सर के सौजन्य से प्राप्त।
आलेख ओम सोनी दंतेवाड़ा
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