माड़िया और सृष्टि की उत्पत्ति
माड़िया और सृष्टि की उत्पत्ति !!
आप सभी माने या नहीं माने , सृष्टि की उत्पत्ति बस्तर में ही हुई है. माड़िया लोगो में प्रचलित गोत्र कथा के अनुसार पालनार गांव में ही सृष्टी की उत्पत्ति हुई है . उस कथा के अनुसार पहले जब पृथ्वी नहीं थी तब चारो तरफ जल ही जल था और चारो तरफ सन्नाटा पसरा था . तब उस समय में वहाँ एक तुम्बा तैर रहा था , उस तुम्बे में माड़िया कुटुम्ब का आदी पुरूष ड्ढडे बुरका अपनी पत्नी के साथ बैठा हुआ था.
बायसन होर्न माडिया |
इतने में वहाँ भीमादेव प्रकट हुआ. भीमादेव प्रकट होते ही पानी पर हल चलाने लगा , जहां जहां हल चला वहाँ की धरती ऊपर आ गयी और शेष भाग में आज भी पानी है . जहां भूमि ऊबड खाबड हुई वहाँ पहाड बन गए . भूमि देखकर ड्ढडे बुरका अपनी पत्नी के साथ तुम्बे से नीचे उतरा और भीमादेव को अपना इष्ट मानकर अपना गृहस्थ जीवन प्रारम्भ किया . उसके दस पुत्र और पुत्री हुए . और बाद में उनके कई गोत्र चले . संसार के समस्त प्राणी ड्ढडे बुरका के ही वंशज है , ऐसी माडियो की मान्यता है .
माड़िया दो प्रकार के होते है - अबुझ माडिया और दंडामी माडिये . दंडामी माडियो को बायसन होर्न माडिया भी कहा जाता है . य़े माडिये गौर सिंग से बने मुकुट पहन कर नृत्य करते है .
Comments
Post a Comment